Best mcq chapter 3 Gramin Kshetra per Shasan Chalana
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Best mcq chapter 3 Gramin Kshetra per Shasan Chalana
mcq chapter 3 Gramin Kshetra per Shasan Chalana कक्षा 8 हिस्ट्री के सबसे जरूरी McQ को आप विद्यार्थियों के लिए यहां पर रखा गया है। इस पाठ के mcq लगभग हर test में पूछे जाते हैं। आप इनको मन लगाकर पढ़ें जी।
शुरू करें chapter 3 Gramin Kshetra per Shasan Chalana
आपके लिए Class 8 social science McQ in hindi को अच्छी तरह से नवीनतम पाठ्यक्रम से तैयार किया है। ईश्वर आप सभी को अधिक से अधिक ज्ञान प्रदान करें।
1➤ अंग्रेजों को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी किसने दी थी?
ⓐ औरंगजेब ने ⓑ शाह आलम में ⓒ सिराजुद्दौला ने ⓓ अकबर ने
➤ शाह आलम ने
मुगल बादशाह शाह आलम एक डरपोक बादशाह था। जिसने अंग्रेजों के सामने कुछ ही पल में घुटने टेक दिए।
जो पहले खुद आक्रमणकारी थे आज उन्होंने दूसरे आक्रमणकारियों के सामने घुटने टेक दिए थे।
2➤ अंग्रेजों को बिहार, बंगाल व उड़ीसा की दीवानी कब मिली थी?
5➤ महालवारी (महालवाड़ी) बंदोबस्त को कब लागू किया गया था?
ⓐ 1765 में ⓑ 1793 में ⓒ 1820 में ⓓ 1822 में
➤ 1822 में
6➤ महालवारी (महालवाड़ी) बंदोबस्त को किस अंग्रेज ने लागू किया था?
ⓐ लार्ड कार्नवालिस ने ⓑ रोबर्ट क्लाइव ने ⓒ थामस मुनरो ने ⓓ होल्ट मैकेन्जी ने
➤ होल्ट मैकेन्जी ने
7➤ यूरोप के लोग बैंगनी व नीला रंग किस पौधे से तैयार करते थे?
ⓐ घीया की बेल से ⓑ जामुन से ⓒ वोड से ⓓ इनमें से कोई नहीं
➤ वोड से
8➤ नील का प्रयोग किस लिए होता था?
ⓐ दवाई के रूप में किया जाता था ⓑ कपड़ा रंगने के लिए ⓒ तस्वीरें बनाने के लिए ⓓ खाद निर्माण हेतु
➤ कपड़ा रंगने के लिए
9➤ बंगाल में अकाल कब पड़ा था?
ⓐ 1770 में ⓑ 1771 में ⓒ 1772 में ⓓ 1773 में
➤ 1770 में
10➤ बंगाल के अकाल में कितनी जानें गई थी?
ⓐ 10,000 लगभग ⓑ 70,000 लगभग ⓒ 1 lakh लगभग ⓓ एक करोड़ लगभग
➤ एक करोड़ लगभग
अंग्रेजों ने नहरों का निर्माण नहीं कराया। नदियों का पानी सूख चुका था। अंग्रेज मौज मस्ती का जीवन व्यतीत कर रहे थे । अंग्रेजों की लापरवाही के कारण एक करोड़ से ज्यादा भारतीय अकाल के कारण मारे गए थे। बंगाल से लगभग एक तिहाई जनता खत्म हो गई थी।
11➤ रैयतों ने बंगाल में नील विद्रोह कब शुरू किया था?
ⓐ 18 मार्च,1849 में ⓑ मार्च, 1859 में ⓒ जून, 1860 में ⓓ अप्रैल, 1861 में
➤ मार्च, 1859 में
12➤ चंपारण आंदोलन का नेतृत्व किसने किया था?
ⓐ बाल गंगाधर तिलक ने ⓑ सरोजनी नायडू ने ⓒ महात्मा गांधी ने ⓓ राजगोपालाचारी ने
➤ महात्मा गांधी ने
महात्मा गांधी ने नील की खेती करने वाले किसानों के लिए 1917 में अंग्रेजो के खिलाफ चंपारण आंदोलन शुरू किया था। महात्मा गांधी इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे थे। उन्होंने अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया था और किसानों के हक में फैसले करवा दिए थे।
13➤ बागान मालिकों के लिए लगान वसूली करने वाले एजेंट (लठधारी गुंडे) को क्या कहते थे?
ⓐ गुमाश्ते ⓑ रेजिडेंट ⓒ वोडकारी ⓓ साजी
➤ गुमाश्ते
14➤ महालवारी व्यवस्था कहां पर चलाई गई थी?
ⓐ मैसूर राज्य में ⓑ बंगाल प्रेसीडेंसी के उत्तर पश्चिम प्रांतों में ⓒ मुंबई प्रेसिडेंसी के प्रांत में ⓓ सभी गलत
➤ बंगाल प्रेसीडेंसी के उत्तर पश्चिम प्रांतों में
1822 में
15➤ अंग्रेजों ने 18वीं शताब्दी के अंत में किस खेती पर जोर दिया था?
ⓐ पटसन की खेती पर ⓑ अफीम और नील की खेती पर ⓒ काजू बादाम की खेती पर ⓓ गन्ने की खेती पर
➤ अफीम और नील की खेती पर
16➤ कपड़ा रंगाई के लिए नीला रंग कहां से प्राप्त किया जाता था?
ⓐ नील बड़ी के पौधे से ⓑ जामुन से ⓒ पटसन के पौधे से ⓓ नील के पौधे से
➤ नील के पौधे से
नील को नील के पौधे से तैयार किया जाता था । दुनिया में भारत नील का उत्पादन करने में नंबर वन देश था
17➤ बागानों में कौन-सी फसल उगाई जाती थी?
ⓐ काफी, चाय ⓑ तंबाकू, गन्ना ⓒ कपास ⓓ उपरोक्त सभी
➤ उपरोक्त सभी
बागानों में किसानों से जबरदस्ती काम करवाकर चाय, कॉफी, कपास, गन्ना व तंबाकू आदि फसलें बड़े पैमाने पर उगाई जाती थी।
18➤ रैयतों को अपनी कितनी जमीन पर नील की खेती करना अनिवार्य था?
ⓐ 10% जमीन पर ⓑ 20% जमीन पर ⓒ 25% जमीन पर ⓓ 30 प्रतिशत जमीन पर
➤ 25% जमीन पर
19➤ टॉमस मुनरो मद्रास का गवर्नर कब बना?
ⓐ 1819 में ⓑ 1820 में ⓒ 1821 में ⓓ 1822 में
➤ 1820 में
20➤ फ्रांस ने दास प्रथा कब समाप्त की थी?
ⓐ 1792 में ⓑ 1793 में ⓒ 1794 में ⓓ 1795 में
➤ 1792 में
21➤ फ्रांस ने दास प्रथा को समाप्त क्यों किया था?
ⓐ दासों की गरीबी देखकर ⓑ दासों पर प्यार आया था ⓒ दास प्रथा से बहुत फायदा हुआ था ⓓ दासों के हिंसक विद्रोह के कारण
➤ दासों के हिंसक विद्रोह के कारण
1791 में फ्रांस के उपनिवेशों में काम करने वाले अफ्रीकी गुलामों ने विद्रोह कर दिया। जिसमें उसके बहुत सारे नागरिक मारे गए। फ्रांस के बागानों को आग लगा दी गई थी और उसके धनी बागान मालिकों की हत्या कर दी गई थी । इस कारण 1792 में फ्रांस ने अपने कैरेबियाई उपनिवेशों से दास प्रथा को समाप्त कर दिया था।
22➤ चंपारण आंदोलन किस राज्य में चलाया गया था?
ⓐ असम राज्य ⓑ राजस्थान राज्य में ⓒ पंजाबी राज्य में ⓓ बिहार राज्य में
➤ बिहार राज्य में
23➤ महाल से अभिप्राय _____ है।
ⓐ शहरों के समूह से ⓑ ग्राम समूह से ⓒ प्रांतों की दीवानी से ⓓ आर्थिक स्थिति से
➤ ग्राम समूह से
महालवारी बंदोबस्त में ग्राम समूह को इकाई माना गया है
24➤ धन की निकासी का सिद्धांत किसने दिया था?
ⓐ दादा भाई नोरोजी ने ⓑ महात्मा गांधी ने ⓒ सुभाष चंद्र बोस जी ने ⓓ सभी गलत
➤ दादा भाई नोरोजी ने
धन निकासी का सिद्धांत दादा भाई नोरोजी ने दिया था।
25➤ महालवाड़ी व्यवस्था में "महालदार" किसको कहा जाता था?
ⓐ गांव के मुखिया को ⓑ जमींदार को ⓒ ब्रिटिश सरकार को ⓓ व्यापारियों को
➤ गांव के मुखिया को
26➤ चीनी और चाय पर से कंपनी का एकाधिकार कब समाप्त हुआ था?
ⓐ 1809 में ⓑ 1829 में ⓒ 1833 में ⓓ 1835 में
➤ 1833 में
27➤ नील आयोग किसकी अध्यक्षता में गठित किया गया था?
ⓐ लॉर्ड कॉर्नवालिस की ⓑ राबर्ट क्लाइव की ⓒ W.S.सीटन कार की ⓓ लॉर्ड कैनिंग की
➤ W.S.सीटन कार की
28➤ नील की खेती करने वाले किसानों की दशा कैसी थी?
ⓐ अत्यंत सुखदाई थी ⓑ अंग्रेज और किसान दोनों खुश थे ⓒ केवल अंग्रेजों को फायदा हुआ ⓓ रैयत अत्यंत गरीबी व तंगहाली जीवन जी रहे थे
➤ c और d
अंग्रेज रैयत किसानों से नील की खेती करवा रहे थे और नील को विदेशों में भेज कर कंपनी को फायदा कमा रही थी लेकिन भारतीय किसानों की दशा में कोई सुधार नहीं हुआ ।कंपनी उनको बहुत ही कम रकम देती थी। भारतीय किसान उस रकम में अपने परिवार का गुजारा नहीं कर पाता था भारतीय किसान गरीबी में जन्म लेता और गरीबी में ही मर जाता था । अंग्रेजों को भारतीय किसान के तंगहाली जीवन से कोई सरोकार नहीं था।
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गो/गौ शब्द के रूप Gau Shabd Roop in Sanskrit Grammar study गो/गौ ओकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्द नमस्कार साथियों, आज हम गो/गौ शब्द के रूप Go/Gau Shabd Roop को Sanskrit Grammar में ओकारांत पुल्लिंग शब्द रूप को study करेंगे। इसमें हम गो/गौ शब्द का अर्थ , बहुवचन, पर्यायवाची शब्द , संस्कृत व्याकरण में इसके शब्द रूप को table में जानेंगे जी। गो/गौ शब्द के रूप image source by PixelLab English Grammar में गाय को Cow 🐄🐮 (काऊ) कहते हैं और बैल को Bull(बुल) कहते हैं जी। देखें इस शब्द रूप को→ अस्मद् शब्द रूप गो/गौ शब्द का संस्कृत व्याकरण में अर्थ/मतलब गाय और बैल से दोनों से ही होता है। गो ओकारांत पुल्लिंग शब्द का अर्थ बैल किरण, सुर्य होता है और इसका ओकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द में इसका अर्थ/मतलब गाय, वाणी और पृथ्वी होता है जी। हमारी व्याकरण में गो को साँड या बैल ही कहते हैं। लेकिन इसे गो जाति के लिए ही प्रयोग में लाया जाता है। इस तरह से हम गो शब्द को गाय और बैल दोनों हेतु प्रयोग करते हैं। गाय शब्द स्त्रीलिंग शब्द होता है। नोट कर लेना :- एक बात नोट कर लें कि गो/गौ के ओकारांत पुल्लिंग और स्
Kim ke Pulling Shabd Roop in Sanskrit नमस्कार जी, आप सभी का मैं इस Kim shabd roop के किम् पुल्लिंग शब्द रूप में हार्दिक स्वागत करता हूं। आज इस kim shabd का अर्थ के साथ किम् पुल्लिंग शब्द रूप की तीनों विभक्तियां बताऊंगा। किम् शब्द संस्कृत व्याकरण में सर्वनाम शब्द रूप होता है । अब किम् शब्द का अर्थ भी जानें। इसका अर्थ होता है क्या, कौन (Who, What)आदि। पुल्लिंग सर्वनाम यदादि यद् तद् एतद् किम् शब्दों का य: , स: , एष: , स्य: , क: होगा। किम् नपुंसकलिंग शब्द रूप में प्रथमा वह द्वितीया का एकवचन यत् , तत् , एतत् , त्यत् , किम् होगा। किम् स्त्रीलिंग शब्द के रूप या, सा, एषा, स्या का होगा। किसी भी सवर्नाम शब्द रूप संबोधन नहीं बोला/लिखा जाता है। किम् पुल्लिंग शब्द रूप संस्कृत व्याकरण में Kim shabd roop(किम् शब्द रूप) को exam में में कई तरह से पुछा जा सकता है जैसे कि Kim shabd roop पुल्लिंग की द्विवचन बताएं, किम् पुल्लिंग शब्द रूप की तृतीया विभक्ति का एकवचन क्या है आदि-आदि। आपसे निवेदन है कि आप बिल्कुल भी नर्वस नहीं होना। आप नीचे दिए गए शब्द रूप को ध्यान से समझना और उसके अनुसार ही लिख देना है जी।
चर् धातु के रूप Char dhatu roop in sanskrit अभी देखें चर् धातु:- नमस्कार दोस्तों , आज आप और हम Sanskrit Grammar की चर् धातु के रूप सभी लकारों सहित जानेंगे। इससे पहले हम भू धातु रूप , लिख् धातु रूप को जान चुके हैं। आज Char dhatu roop in sanskrit (चर् धातु रूप) की बारी है जी। चर् धातु रूप चर् का अर्थ:- चर् का अर्थ होता है विचरण करना, चलना, चरना । अब आप यह भी जान लो कि चर् एक भ्वादिगणीय धातु रूप ( dhatu roop ) है। इस संस्कृत व्याकरण में सभी भ्वादिगणीय धातुओं के रूप बिल्कुल Char dhatu roop in sanskrit की तरह से बनेंगे जी। हमनें आपके लिए संस्कृत व्याकरण में अनेक शब्द रूप में लिखें है, जैसे कि तत् शब्द रूप अस्मद् शब्द रूप , युष्मद शब्द रूप , लता शब्द रूप , नदी शब्द रूप , राम शब्द रूप , मुनि शब्द रूप आदि-आदि। हम अपनी तरफ से आपकी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए मदद करने के लिए तैयार है , बस आपका साथ बना रहे जी। चर् धातु रूप (चलना चलना विचरण करना) यहां पर संस्कृत धातु रूप के चर् धातु रूप को इसके सभी पुरुष और तीनों वचनों में चर् धातु रूप (Char dhatu roop) लिख् दिए हैं जी। 1. चर
साधु शब्द रूप Sadhu Shabd Roop In Sanskrit See Now In Grammar FAQ आप सभी का इस sanskrit grammar के sadhu shabd roop in sanskrit में स्वागत है। इससे पहले हमने तत् , बालक , अस्मद् , युष्मद् , लता , राम शब्द रूप कर लिए हैं। आज का Shabd roop साधु शब्द रूप बहुत महत्वपूर्ण है। साधु शब्द रूप एक उकारान्त शब्द रूप होता है। यह पुलिंग भी है जो पुरुष जाति का बोध अथवा पहचान कराता है। इसको हम साधु उकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द रूप भी कह सकते हैं। आज हम साधु शब्द रूप के बारे में पढ़ रहे हैं तो मैं आपको साधु के बारे में पूर्ण जानकारी free mein दुंगा। साधु का विलोम sadhu ka vilom 👇 आज हम साधु शब्द रूप के बारे में पढ़ रहे हैं तो मैं आपको साधु के बारे में पूर्ण जानकारी दुंगा। हम यहां पर साधु का विलोम शब्द भी जान लेते हैं। साधु का विलोम शब्द क्या होता है साधु वह होता है जो तपस्या(तप) करता है। वह तपस्वी होता है। उसे संसार की धन दौलत से लगाव नहीं होता है, जो ईश्वर की भक्ति में लीन होता है और सत्कर्म करता है, वह साधु होता है तो अब साधु का विलोम शब्द पाखंडी, असाधु और चोर लालची होता है। साधु शब्द
हरि शब्द के रूप - Hari shabd roop in sanskrit grammar देखें हरि शब्द के रूप - Hari shabd roop आप सभी साथियों का study ka box पर स्वागत है। इस लेख में हम आपके साथ Hari shabd roop in sanskrit grammar पर चर्चा करते हुए जानेंगे। हरि शब्द रूप संस्कृत व्याकरण में आप सभी बहन-भाईयों की मदद के लिए लिखा गया है। विद्यार्थीगण के लिए यह हरि शब्द रूप very important है। हरि शब्द के रूप से पहले हमने तत् शब्द रूप , युष्मद् शब्द रूप, लता शब्द रूप, राम शब्द रूप , बालक शब्द रूप , बालिका शब्द रूप और वधू आदि शब्द रूप भी लिख रखें हैं, इन्हें भी पढ़ लेना जी। हरि शब्द रूप Image credit by PixelLab Hari shabd roop in sanskrit:- हरि शब्द रूप का अर्थ क्या होता है तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि हरि का अर्थ "भगवान हरि नारायण" से है। भगवान नारायण से मतलब विष्णु (चक्रधारी, नीलांबर आदि) से है जी। हरि शब्द के रूप :- हरि शब्द रूप एक इकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्द होता है। जो-जो इकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्द होगें उन सभी के शब्द रूप आपने बिल्कुल ठीक इसी तरह से बनाने होंगे जी। आपके लिए Hari Shabd Roop को प
फल शब्द के रूप - fal shabd roop in sanskrit grammar study फल शब्द रूप नमस्कार साथियों, फल शब्द के रूप में आप सभी बहन-भाईयों का स्वागत है। आज यहां पर sanskrit grammar के Fal shabd roop को अच्छी तरह से study करेंगे। Fal shabd roop image source by PixelLab संस्कृत सिखने के लिए सबसे पहले shabd roop और dhatu roop का ज्ञान होना चाहिए। यदि आप संस्कृत(Sanskrit) बोलने में माहिर होना चाहते हैं तो शब्द रूप और धातु रूप को याद करना ही पड़ेगा। यह पहली शर्त है जी। हमारी इस वेबसाइट में शब्द रूप और धातु रूप का अनमोल खजाना भरा हुआ है। आज के इस लेख में फल शब्द रूप इस प्रकार है जी। इस फल शब्द रूप को आपके लिए टिप्स और ट्रिक्स के माध्यम से समझा रहा हूं। इसलिए इसे मन लगाकर समझें। फल शब्द का अर्थ - Fal shabd meaning इस फल शब्द को मुख्य रूप से Sanskrit grammar का शब्द माना जाता है। इसे हिन्दी में ऐसे ही प्रयोग कर लेते हैं। फल का मतलब है फलना या पेड़ का सस्य भाग। इंग्लिश में फल को fruits भी कहते हैं । हिन्दी और संस्कृत में फल को परिणाम (result) भी कहते हैं जी। फल का लिंग:- अगर फल शब्द का लिंग पुछा जाए तो इसक
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